चांद उठता है तो, तम दूर चला जाता है,
नेह की छांव में गम दूर चला जाता है.
चलती राहों पे अपना प्यार लुटाने वालो,
इश्क की ओट में,ईमान छला जाता है.
आर.आर.अवस्थी
bahut hi bndaas mukatak hai . dhanyawad.
इश्क ही क्या जब इमान दला जायमुक्तक बहुत अच्छा है
bahut khub...
bahut bahut dhanyavaad.
नेह की छांव में गम दूर चला जाता है. सुन्दर शास्वत कहन पर बधाई
Bahut hi behtareen rachna hai
bahut hi bndaas mukatak hai . dhanyawad.
जवाब देंहटाएंइश्क ही क्या जब इमान दला जाय
जवाब देंहटाएंमुक्तक बहुत अच्छा है
bahut khub...
जवाब देंहटाएंbahut bahut dhanyavaad.
जवाब देंहटाएंनेह की छांव में गम दूर चला जाता है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर शास्वत कहन पर बधाई
Bahut hi behtareen rachna hai
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