कलमकार पुरस्कारों की घोषणा
वंदना अवस्थी ‘कहानी’ और ओम नागर ‘कविता’ श्रेणी में प्रथम
जयपुर। कलमकार
मंच की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कलमकार पुरस्कार प्रतियोगिता में कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में
प्रथम पुरस्कार सतना,
मध्यप्रदेश निवासी वंदना
अवस्थी दुबे की कहानी ‘जब हम मुसलमान थे’ और गीत, गजल, कविता श्रेणी में प्रथम पुरस्कार कोटा, राजस्थान के ओम नागर की रचना ‘हँसी के कण्ठ में अभी रोना बचा है’ को दिया जाएगा। पुरस्कार वितरण समारोह आगामी 25 मार्च को जगतपुरा स्थित सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी में होगा।
निर्णायक मंडल के निर्णय के अनुसार कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में द्वितीय और तृतीय
पुरस्कार क्रमश: मुंबई के दिलीप कुमार की कहानी ‘हरि इच्छा बलवान’
और वड़ोदरा,
गुजरात के ओमप्रकाश नौटियाल
की कहानी ‘शतरंजी
खंभा’ को दिया
जाएगा। गीत, गजल एवं कविता श्रेणी में द्वितीय और तृतीय पुरस्कार क्रमश:
नई दिल्ली की मानवी वहाणे की रचना ‘प्यारी दीदी के लिए’
और देवास,
मध्यप्रदेश के मनीष शर्मा की
रचना ‘अटाला’
को दिया जाएगा।
कलमकार मंच के संयोजक निशांत मिश्रा ने बताया कि देश के रचनाकारों और उनकी रचनाओं को सम्मान और मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कलमकार पुरस्कार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रचनाकारों से दो श्रेणियों रचनाएं आमंत्रित की गई थीं। कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में कुल 87 और गीत, कविता एवं गजल श्रेणी में कुल 144 रचनाएं प्राप्त हुईं। टीम कलमकार की ओर से शॉर्टलिस्ट करने के बाद प्रथम चरण में पुरस्कार के लिए श्रेष्ठ रचनाओं का चयन साहित्यकार प्रदीप जिलवाने, उमा, तस्नीम खान और स्थानीय लेखक भागचंद गूर्जर ने किया।
मिश्रा ने बताया कि निर्णायक मंडल में प्रो. सत्यनारायण, पाखी के संपादक प्रेम भारद्वाज, विख्यात लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ पत्रकार ईशमधु तलवार, दूरदर्शन के पूर्व निदेशक नंद भारद्वाज, कहानीकार चरणसिंह पथिक, साहित्यकार डॉ. अनुज कुमार और मध्यप्रदेश के जाने माने साहित्यकार बहादुर पटेल शामिल थे।
उन्होंने बताया कि प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार के तहत क्रमश: 5100, 3100 और 2100 रुपए के साथ श्रीफ ल, प्रमाण पत्र और ट्रॉफ ी दी जाएगी। दोनों श्रेणियों में दस-दस श्रेष्ठ रचनाओं का चयन सांत्वना पुरस्कार के लिए किया गया है। सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी में 25 मार्च को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतियोगिता के लिए चयनित और पुरस्कृत रचनाओं से सुसज्जित पत्रिका कलमकार का विमोचन भी किया जाएगा।
कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार विनोद कुमार दवे, अंजू शर्मा, रुपेन्द्र राज तिवारी, चन्द्रशेखर त्रिशूल, वैभव वर्मा, पूनम माटिया, राजेश मेहरा, असीमा भट्ट, सविता मिश्रा ‘अक्षजा’, मिन्नी मिश्रा, भारती कुमारी, चन्द्रकेतु बेनीवाल और गीत, कविता एवं गजल श्रेणी में फरहत दुर्रानी ‘शिकस्ता’, विकास शर्मा ‘दक्ष’, लीलाधर लखेरा, कैलाश मनहर, अलका गुप्ता ‘भारती’, राम नारायण हलधर, राम लखारा ‘विपुल’, मनोज राठौर ‘मनुज’, डॉ. शिव कुशवाहा ‘शाश्वत’ और शाइस्ता मेहजबी ‘शाइस्ता’ को दिये जाएंगे.
कलमकार मंच के संयोजक निशांत मिश्रा ने बताया कि देश के रचनाकारों और उनकी रचनाओं को सम्मान और मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कलमकार पुरस्कार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रचनाकारों से दो श्रेणियों रचनाएं आमंत्रित की गई थीं। कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में कुल 87 और गीत, कविता एवं गजल श्रेणी में कुल 144 रचनाएं प्राप्त हुईं। टीम कलमकार की ओर से शॉर्टलिस्ट करने के बाद प्रथम चरण में पुरस्कार के लिए श्रेष्ठ रचनाओं का चयन साहित्यकार प्रदीप जिलवाने, उमा, तस्नीम खान और स्थानीय लेखक भागचंद गूर्जर ने किया।
मिश्रा ने बताया कि निर्णायक मंडल में प्रो. सत्यनारायण, पाखी के संपादक प्रेम भारद्वाज, विख्यात लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ पत्रकार ईशमधु तलवार, दूरदर्शन के पूर्व निदेशक नंद भारद्वाज, कहानीकार चरणसिंह पथिक, साहित्यकार डॉ. अनुज कुमार और मध्यप्रदेश के जाने माने साहित्यकार बहादुर पटेल शामिल थे।
उन्होंने बताया कि प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार के तहत क्रमश: 5100, 3100 और 2100 रुपए के साथ श्रीफ ल, प्रमाण पत्र और ट्रॉफ ी दी जाएगी। दोनों श्रेणियों में दस-दस श्रेष्ठ रचनाओं का चयन सांत्वना पुरस्कार के लिए किया गया है। सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी में 25 मार्च को होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतियोगिता के लिए चयनित और पुरस्कृत रचनाओं से सुसज्जित पत्रिका कलमकार का विमोचन भी किया जाएगा।
कहानी एवं लघुकथा श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार विनोद कुमार दवे, अंजू शर्मा, रुपेन्द्र राज तिवारी, चन्द्रशेखर त्रिशूल, वैभव वर्मा, पूनम माटिया, राजेश मेहरा, असीमा भट्ट, सविता मिश्रा ‘अक्षजा’, मिन्नी मिश्रा, भारती कुमारी, चन्द्रकेतु बेनीवाल और गीत, कविता एवं गजल श्रेणी में फरहत दुर्रानी ‘शिकस्ता’, विकास शर्मा ‘दक्ष’, लीलाधर लखेरा, कैलाश मनहर, अलका गुप्ता ‘भारती’, राम नारायण हलधर, राम लखारा ‘विपुल’, मनोज राठौर ‘मनुज’, डॉ. शिव कुशवाहा ‘शाश्वत’ और शाइस्ता मेहजबी ‘शाइस्ता’ को दिये जाएंगे.
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-03-2017) को "नवसम्वतसर, मन में चाह जगाता है" (चर्चा अंक-2913) नव सम्वतसर की हार्दिक शुभकामनाएँ पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत आभार शास्त्री जी.
जवाब देंहटाएंब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, १७ मार्च - भारत के दो नायाब नगीनों की जयंती का दिन“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंआभार शिवम
हटाएंविजेताओं को बधाई
जवाब देंहटाएंआभार
हटाएंहार्दिक बधाई!
जवाब देंहटाएंजन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!
दिल से आभारी हूं कविता जी.
जवाब देंहटाएंअरे वाह!! तुम्हारा भी ब्लॉग है..हा हा!! मजा आ गया..मजाक करने में...
जवाब देंहटाएंकाश! कि आप सामने होते दादा :)
हटाएंबहुत बधाई फिर से..... 😂
जवाब देंहटाएंबहुत स्नेह वाणी :*
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