शनिवार, 12 मई 2012

मेरी मां....

हमारे देश में मातृ-दिवस मनाये जाने की सार्थकता मुझे समझ में नहीं आती, क्योंकि यहां तो हर दिन
मातृ-दिवस सा है...फिर भी अब जब हम इसे मनाते ही हैं, तो इसी बहाने उन्हें प्रणाम.......



युग दृष्टि से साभार

तस्वीर- उमेश दुबे

63 टिप्‍पणियां:

  1. हमारा भी नमन........

    काश की हर माँ को वो प्यार और मान मिले जिसकी वो अधिकारी है..

    जवाब देंहटाएं
  2. माँ के चेहरे पर सौम्यता और ममत्व, ईश्वरीय भेट है जगत को . जननी के लिए अप्रतिम उदगार .,हमारे शब्द पुष्प मातृ शःक्ति को अर्पण . .

    जवाब देंहटाएं
  3. माँ को शत- शत नमन ……सुन्दर प्रस्तुति।

    जवाब देंहटाएं
  4. माँ को अनेकानेक नमन.

    आपकी बात से पूर्ण सहमत हूँ कि मातृ-दिवस क्या एक दिन का त्योहार है, शायद नहीं.

    जवाब देंहटाएं
  5. मनभावन पोस्ट.... हे माँ तुझे प्रणाम ... शत शत नमन

    जवाब देंहटाएं
  6. मातृदिवस की साथर्कता इस बात में है कि वैसे तो हम अपनी माँ को याद करते हैं, पर इस दिन माँ को लेकर अपनी भावनाएँ हम आपस में बांटते हैं, एक-दूसरे की माँओं से मिल लेते हैं. माँ को प्रणाम :) आपकी माँ बहुत सुन्दर हैं, एकदम आपकी तरह :)

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सही है आराधना. मां सचमुच बहुत सुन्दर हैं. और मैं सुन्दर हूं? मैं तो शरमाई जा रही हूं :) :) :)

      हटाएं
  7. माँ को नमन !

    माँ है मंदिर मां तीर्थयात्रा है,
    माँ प्रार्थना है, माँ भगवान है,
    उसके बिना हम बिना माली के बगीचा हैं!

    संतप्रवर श्री चन्द्रप्रभ जी

    जवाब देंहटाएं
  8. मुझे तो यह अपनी माँ लग रही हैं ....
    प्रणाम इन्हें !

    जवाब देंहटाएं
  9. वन्दना जी,
    मनोज जी ने अपने ब्लॉग पर इसका इतिहास बताया था.. लेकिन मैं भी यही मानता हूँ कि अपने अपनों को प्यार करने के लिए किसी विशेष दिन की आवश्यकता नहीं..हर दिन प्यार का दिन.. माता जी को प्रणाम!!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. जी सलिल जी. ये तो सब पाश्चात्य ढकोसले हैं, जहां रिश्तों की अहमियत ही नहीं, वहां हर रिश्ते को याद करने के लिये के लिये कोई दिन विशेष बना लिया गया है :) वैसे आराधना की बात भी मुझे अच्छी लगी है :)

      हटाएं
  10. माँ को नमन ……
    आपको भी मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें

    जवाब देंहटाएं
  11. आपको भी मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरणीय वंदना दी
    नमस्कार !
    सबसे पहले माँ को नमन
    मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनायें....!!

    जवाब देंहटाएं
  13. सचमुच माँ हमेँ ईश्वर की सर्वोत्तम देन है।
    बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसनीय प्रस्तुति....


    इंडिया दर्पण
    की ओर से मातृदिवस की शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  14. कितने दिनों के बाद आंटी को देखा, प्रणाम मेरा.

    जवाब देंहटाएं
  15. .

    मां'जी को सादर प्रणाम ! नमन ! चरण स्पर्श !


    वंदना बहन जी
    आपकी और आदरणीया माता जी की सूरत हू ब हू मिल रही है …
    :)

    हार्दिक मंगलकामनाओं सहित…
    -राजेन्द्र स्वर्णकार

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. अच्छा तो आप भी अनुराधा के साथ हो गये??? :) :) अब धन्यवाद तो बनता ही है :)

      हटाएं
  16. माँ का आशीर्वाद सब पर यूं ही बना रहे |
    सादर |

    जवाब देंहटाएं
  17. वंदना जी मेरा भी प्रणाम माँ को ....शादी से पूर्व मैं भी अवस्थी ही थी ...!!आप मेरी बहन ही हुईं ....!!

    जवाब देंहटाएं
  18. हर दिन तो माँ का होता ही है .. पर आजका दिन कुछ ज्यादा हो जाए तो क्या बुरा है ... शायद नहीं ... और आपने भी तो यही सोच के ये पोस्ट लिखी है ...

    जवाब देंहटाएं
  19. Sirf Maa hi nahi waran kisi bhi rishte ke liye koi ek din nahi ho sakta par aise ek din unki mahatta ko shabit karne ke liye jaroori bhi hai... aapki prastuti achhi hai...

    जवाब देंहटाएं
  20. Ma ke upar din nirdharan sayad apni niji jindagi me prktyaksh roop se ek utsav ke roop me is mauke ko manane ke liye,kiya gaya hoga. Bhavnao ko ham hamesha mahotsava me tabdeel nahi kar pate hai na. Is liye sayad.

    जवाब देंहटाएं
  21. कम शब्दों में मां को इतना बड़ा कर दिया, आखें नम हो गयी.

    जवाब देंहटाएं