देश में गहरी जड़ें जमा चुके भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जन लोकपाल बिल लाने की मांग करते हुए अन्ना हजारे ने मंगलवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया। जंतर - मंतर पर सामाजिक कार्यकर्ता हजारे के समर्थन में जुटे हजारों लोगों की संख्या क्रमश: बढती जा रही है.।
कल लगभग पूरे देश के सभी शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बंद करवा दिए. सतना के स्कूल भी बंद हो गये ( वैसे अभाविप कार्यकर्ता बंद करवाने का काम बखूबी निभाते हैं).तमाम लोग अभी भी ऐसे हैं, जिन्हें लोकपाल या जनलोकपाल के बारे में पूरी तरह नहीं मालूम. कई तो ये भी नहीं जानते कि अन्ना के अनशन के मुख्य बिंदु हैं क्या? तो हमने सोचा कि क्यों न कई अखबारों की ये प्रामाणिक जानकारी हम सबके साथ साझा करें.
आइए जानते हैं जन लोकपाल बिल के बारे में... खासतौर से वे मुद्दे, जिन्हें लेकर अन्ना अनशनरत हैं-
१- इस कानून के तहत केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त का गठन होगा।
२- यह संस्था इलेक्शन कमिशन और सुप्रीम कोर्ट की तरह सरकार से स्वतंत्र होगी।
३- किसी भी मुकदमे की जांच एक साल के भीतर पूरी होगी। ट्रायल अगले एक साल में पूरा होगा।
४- भ्रष्ट नेता, अधिकारी या जज को 2 साल के भीतर जेल भेजा जाएगा।
५- भ्रष्टाचार की वजह से सरकार को जो नुकसान हुआ है अपराध साबित होने पर उसे दोषी से वसूला जाएगा।
६- अगर किसी नागरिक का काम तय समय में नहीं होता तो लोकपाल दोषी अफसर पर जुर्माना लगाएगा जो शिकायतकर्ता को मुआवजे के तौर पर मिलेगा।
७- लोकपाल के सदस्यों का चयन जज, नागरिक और संवैधानिक संस्थाएं मिलकर करेंगी। नेताओं का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
१- इस कानून के तहत केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त का गठन होगा।
२- यह संस्था इलेक्शन कमिशन और सुप्रीम कोर्ट की तरह सरकार से स्वतंत्र होगी।
३- किसी भी मुकदमे की जांच एक साल के भीतर पूरी होगी। ट्रायल अगले एक साल में पूरा होगा।
४- भ्रष्ट नेता, अधिकारी या जज को 2 साल के भीतर जेल भेजा जाएगा।
५- भ्रष्टाचार की वजह से सरकार को जो नुकसान हुआ है अपराध साबित होने पर उसे दोषी से वसूला जाएगा।
६- अगर किसी नागरिक का काम तय समय में नहीं होता तो लोकपाल दोषी अफसर पर जुर्माना लगाएगा जो शिकायतकर्ता को मुआवजे के तौर पर मिलेगा।
७- लोकपाल के सदस्यों का चयन जज, नागरिक और संवैधानिक संस्थाएं मिलकर करेंगी। नेताओं का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
८- लोकपाल/ लोक आयुक्तों का काम पूरी तरह पारदर्शी होगा। लोकपाल के किसी भी कर्मचारी के खिलाफ शिकायत आने पर उसकी जांच 2 महीने में पूरी कर उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा।
९- सीवीसी, विजिलेंस विभाग और सीबीआई के ऐंटि-करप्शन विभाग का लोकपाल में विलय हो जाएगा।
१०- लोकपाल को किसी जज, नेता या अफसर के खिलाफ जांच करने और मुकदमा चलाने के लिए पूरी शक्ति और व्यवस्था होगी।
जस्टिस संतोष हेगड़े, प्रशांत भूषण, सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने यह बिल जनता के साथ विचार विमर्श के बाद तैयार किया है।
९- सीवीसी, विजिलेंस विभाग और सीबीआई के ऐंटि-करप्शन विभाग का लोकपाल में विलय हो जाएगा।
१०- लोकपाल को किसी जज, नेता या अफसर के खिलाफ जांच करने और मुकदमा चलाने के लिए पूरी शक्ति और व्यवस्था होगी।
जस्टिस संतोष हेगड़े, प्रशांत भूषण, सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने यह बिल जनता के साथ विचार विमर्श के बाद तैयार किया है।
अब ज़रा सरकारी लोकपाल विधेयक और जनलोकपाल विधेयक के बीच का अन्तर भी जान लें-
सरकारी लोकपाल विधेयक | जनलोकपाल विधेयक |
सरकारी लोकपाल के पास भ्रष्टाचार के मामलों पर खुद या आम लोगों की शिकायत पर सीधे कार्रवाई शुरू करने का अधिकार नहीं होगा। | प्रस्तावित जनलोकपाल बिल के तहत लोकपाल खुद किसी भी मामले की जाँच शुरू करने का अधिकार रखता है। |
सरकारी विधेयक में लोकपाल केवल परामर्शदात्री संस्था बन कर रह जाएगी। | जनलोकपाल सशक्त संस्था होगी। |
सरकारी विधेयक में लोकपाल के पास पुलिस शक्ति नहीं होगी। | जनलोकपाल न केवल प्राथमिकी दर्ज करा पाएगा बल्कि उसके पास पुलिस फोर्स भी होगी। |
सरकारी विधेयक में लोकपाल का अधिकार क्षेत्र सांसद, मंत्री और प्रधानमंत्री तक सीमित रहेगा। | जनलोकपाल के दायरे में प्रधानमत्री समेत नेता, अधिकारी, न्यायाधीश सभी आएँगे। |
लोकपाल में तीन सदस्य होंगे जो सभी सेवानिवृत्त न्यायाधीश होंगे। | जनलोकपाल में 10 सदस्य होंगे और इसका एक अध्यक्ष होगा। चार की कानूनी पृष्टभूमि होगी। बाक़ी का चयन किसी भी क्षेत्र से होगा। |
सरकार द्वारा प्रस्तावित लोकपाल को नियुक्त करने वाली समिति में उपराष्ट्रपति। प्रधानमंत्री, दोनो सदनों के नेता, दोनों सदनों के विपक्ष के नेता, कानून और गृहमंत्री होंगे। | प्रस्तावित जनलोकपाल बिल में न्यायिक क्षेत्र के लोग, मुख्य चुनाव आयुक्त, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक, भारतीय मूल के नोबेल और मैगासेसे पुरस्कार के विजेता चयन करेंगे। |
सरकारी लोकपाल विधेयक में दोषी को छह से सात महीने की सजा हो सकती है और घोटाले के धन को वापिस लेने का कोई प्रावधान नहीं है। | जनलोकपाल बिल में कम से कम पाँच साल और अधिकतम उम्र कैद की सजा हो सकती है। साथ ही दोषियों से घोटाले के धन की भरपाई का भी प्रावधान है। |
achchha kiya likhkar ,auro ka pata nahi ,lekin mere liye ye jaankaria kafi fayde ki hai .badhiya post .
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट से काफी लोगों को लोकपाल बिल को समझने में आसानी होगी .....धन्यवाद
जवाब देंहटाएंइसी की तो ज़रूरत थी ।
जवाब देंहटाएंसरल ढंग से दी जानकारी ...आभार
जवाब देंहटाएंयह बढ़िया लेख है ...बहुतों को यह पता ही नहीं अब समझाने में आसानी होगी ! शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंis mahatvpoorn jaankari ke liye bahut bahut shukriya
जवाब देंहटाएंयह बढ़िया लेख है .
जवाब देंहटाएंज्ञानवर्धक पोस्ट।
जवाब देंहटाएं'मेगासेसे'और नोबल पुरस्कार विजेता देश की बजाय विदेश के प्रति आस्थावान होंगे। सर्वाधिकार अधिनायकवाद की पहली सीढ़ी होगा अन्ना -लोकपाल।
जवाब देंहटाएंवंदना अवस्थी दुबे जी ,यह भी बहुत ज़रूरी था ,आम आदमी को बतलाने समझाने के लिए इस थीम पर नुक्कड़ नाटक भी होने चाहिए ... .जय अन्ना !जय श्री अन्ना !आभार बेहतरीन पोस्ट के लिए आपकी ब्लोगियाई आवाजाही के लिए;
जवाब देंहटाएंबृहस्पतिवार, १८ अगस्त २०११
उनके एहंकार के गुब्बारे जनता के आकाश में ऊंचाई पकड़ते ही फट गए ...
http://veerubhai1947.blogspot.com/
Friday, August 19, 2011
संसद में चेहरा बनके आओ माइक बनके नहीं .
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
i want to say plz publish it in hindi. bcz most of public lives in villeges and understand hindi not english. so plz must published janlokpal bill in hindi newspapers for more support.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सरल शब्दों में उपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंबढ़िया तुलनात्मक अध्ययन,आभार.
जवाब देंहटाएंjanlokpal me lokpal ki niyukti me chunav ayukt lekha prechak prime minister vice president, neta vipakch .sc.juje hone chhiye
जवाब देंहटाएंjanlokpal me lokpal ki niyukti me chunav ayukt lekha prechak prime minister vice president, neta vipakch .sc.juje hone chhiye
जवाब देंहटाएंjanlokpal me lokpal ki niyukti me chunav ayukt lekha prechak prime minister vice president, neta vipakch .sc.juje hone chhiye
जवाब देंहटाएंवंदना जी,
जवाब देंहटाएंआम लोगों के लिए बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने.
किसी भी विवाद को ठीक से समझने के लिए दोनोँ पछोँ का तुलनात्मक अध्ययन बहुत सटीक तरीका है और आप के माध्यम से मुझे जन लोकपाल और सरकारी लोकपाल दोनोँ को समझनेँ मेँ आसानी हुई ।
जवाब देंहटाएंवैसे तो मैँ जन लोकपाल बिल के ही समर्थन मे हूँ पर अब मेरा विश्वास और बढ़ गया है क्योँकि अब मैँ जन लोकपाल बिल को अच्छी तरह समझ गया हूँ ।
बहुत ही सरल शब्दों में उपयोगी जानकारी..
जवाब देंहटाएंआप भी जरुर आये मेरी छोटी सी दुनिया में
MITRA-MADHUR: ज्ञान की कुंजी ......
सारी स्थिति को साफ करती उपयोगी जानकारी ।
जवाब देंहटाएंभ्रष्टाचार मिटाना है तो शुरुआत खुद से करनी पड़ेगी ।
सोचना चाहिए कि क्या हमें अन्ना कहलाने का अधिकार है ।
यह जानकारियाँ अधिकाधिक लोगों के साथ साझा करने की आवश्यकता है.. जो कहते हैं कि इसकी गहन जानकारी की आवश्यकता है, वे अवश्य विश्लेषण करें.. ड्राफ्ट सबके लिए उपलब्ध है.. धन्यवाद वन्दना जी!!
जवाब देंहटाएंKAFI SARAL OR AAM JANTA KI HIT ME HAI.
जवाब देंहटाएंANNA JI NE JO YAH KAM APNI KANDHO PAR UDHAYA HI, US KILIYI HUM UNKI ABHARI HI, OR AAJ JANMASTMI KI MOKE PAR BAGWAM KRISHNA SE UNKI LAMBI JIVAN KI KAMNA KARTI HI SATHA HI HINDUSTAN KI PURI JANTA JO KI SARKAR KI TANASAHI KI SIKAR HI UNSHI ANNA KA SHATH DENE KI APIL KARTI HI.
जवाब देंहटाएंJAI HIND, JAI JANLOKPAL BILL.
अच्छी जानकारी ।
जवाब देंहटाएंsarkari lok pal bill to sirf ek nayi kathputli nazar aa rahi hai jo ki janta ki tarah usi ke isaron par nachegi.
जवाब देंहटाएंjan lokpal bill atayant uttam hai jo ki dekhne matra se hi bhrastachar rok raha hai.
iss tarah ka lekh koi desh bhakt hi likh sakta hai. jisey padna our jan na har desvashi ke hit me hai.
जवाब देंहटाएंshukriya....yar..
op dubey
jo ho raha hai vah accha hai
जवाब देंहटाएंanna hajarena sapurn dhavalasari che samarthan ahe
जवाब देंहटाएंयदि देश से भष्टाचार को मिटाना है तो सर्वप्रथम पुलिस वालो और सरकारी कर्मचारी को सुधारन होगा क्योकि इनकी नियुक्ति और तबादला बिना लिए - दिए नही होते फिर र्खच रकम की वसूली होती है। यही क्रम चलता रहता है।र सरकारी कर्मचारी को सुधारन होगा क्योकि इनकी नियुक्ति और तबादला बिना लिए - दिए नही होते फिर र्खच रकम की वसूली होती है। यही क्रम चलता रहता है।
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