शनिवार, 5 फ़रवरी 2011

तिरंगे लहरा ले रे.....

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हमारे विद्यालय में गणतंत्र-दिवस पर एक छोटा सा रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया, लीजिये आप भी शामिल हो जाइये, चित्रों के माध्यम से-
बच्चों ने बडे उत्साह के साथ कार्यक्रम की तैयारियां कीं. हालांकि सर्दी के कारण अचानक घोषित छुट्टियों के चलते उन्हें रिहर्सल का पर्याप्त समय नहीं मिल सका.


छोटे-छोटे बच्चे जब गीत सुनाते हैं, तब कितना अच्छा लगता है, भले ही कुछ ग़लतियों के साथ सुनायें, या बीच में भूल ही जायें.







अगले कार्यक्रम के लिये तैयार बच्चियों को चैन कहां....... मेक अप पूरा होते ही झांकने लगीं, दूसरे की प्रस्तुति देखने का आनन्द ही कुछ और होता है.
झांकतीं हुई बच्चियां हैं- कल्याणी पंत और नयनिका त्रिपाठी.





























वन्देमातरम....की प्रस्तुति देती पूर्व छात्रा विधु, उसका साथ दे रही एक अन्य बच्ची कुछ स्टेप्स भूल रही थी, सो मुंह बना लिया है उसने, ये हम तस्वीरों में देख पाये.
नन्हा-मुन्ना राही हूं गाते नन्हे बच्चे प्रांजल और यश .



( सभी तस्वीरें- उमेश दुबे)



45 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर और प्यारे लग रहे हैं सारे बच्चे ।
    सुन्दर प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत प्यारा लगा आपका यूँ लिखना ..छोटे छोटे बच्चों की विभ्भिन मुद्राएं भी अच्छी लगीं... वाह... सुन्दर प्रस्तुति..

    जवाब देंहटाएं
  3. umesh ji to tasvir bahut shaandaar khichte hai ,unhe bhi badhai aur aapko bhi ,bahut pyaari tasvire .ye nanhe munne ujjwal bhavishya hai hamare .

    जवाब देंहटाएं
  4. ये नन्हे बच्चे ही तो शान हैं हमारी.स्कूल और शिक्षकों का बहुत योगदान होता है इनकी क्रिएटीविटी को उभारने में.
    बहुत अच्छा लगा इन बच्चों को देख कर.

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. बच्चो की सुंदर प्रस्तुति की पोस्ट अच्छी लगी....

    जवाब देंहटाएं
  6. ख़ूबसूरत चित्रों के साथ सुन्दर प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन एवं प्रशंसनीय प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  8. बच्चों की रंग बिरंगी झलकियाँ बहुत सुन्दर लगीं।

    जवाब देंहटाएं
  9. सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा।
    जय हिंद।

    जवाब देंहटाएं
  10. आद.वंदना जी,
    बहुत जीवंत तस्वीरें है, बच्चों के कार्यक्रम देखकर लगता है जैसे हम स्वयं अपने बचपन में पंहुच गए हों !
    धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  11. आदरणीय वंदना जी
    बहुत भावमयी प्रस्तुति ..देर से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ ...आपका शुक्रिया

    जवाब देंहटाएं
  12. अच्छे सुंदर चित्र अच्छी प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  13. तस्‍वीरों में भी सारे जहां से अच्‍छा.

    जवाब देंहटाएं
  14. वन्दना अवस्थी दुबे जी
    सादर सस्नेहाभिवादन !

    आपके विद्यालय में गणतंत्र-दिवस पर आयोजित रंगारंग कार्यक्रम की सचित्र पोस्ट बहुत पसंद आई । आभार !


    प्रेम बिना निस्सार है यह सारा संसार !
    ♥ प्रणय दिवस की मंगलकामनाएं! :)

    बसंत ॠतु की भी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !

    - राजेन्द्र स्वर्णकार

    जवाब देंहटाएं
  15. अच्छा तो ये आपके स्कूल के बच्चे हैं .....
    बहुत बहुत बधाई आपको ....
    और उमेश जी का धन्यवाद जिन्होंने ये तसवीरें खिंची .....

    जवाब देंहटाएं
  16. तश्वीरों में चेहरे के मनोभाव खूब झलकते हैं। उमेश जी बधाई के पात्र हैं।

    जवाब देंहटाएं
  17. बच्चे कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए बहुत उत्साहित नजर आ रहे हैं।
    अच्छी प्रस्तुति।
    बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  18. गणतंत्र दिवस के आयोजन की प्रस्तुति बहुत प्यारी लगी..

    जवाब देंहटाएं
  19. तसवीरें इतनी शानदार है तो गणतंत्र दिवस की प्रस्तुति कितनी बढ़िया रही होगी .. आपको और बच्चों को बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  20. सबसे पहले तो सुन्दर सुन्दर तस्वीरों के लिये धन्यवाद
    स्कूलों में सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं तो मुझे बहुत मजा आता है। आस-पास के स्कुलों में जब भी वार्षिक प्रोग्राम होते हैं तो मैं जरुर जाता हूँ।
    छोटे-छोटे बच्चों की प्रस्तुति मुझे आनन्द से भर देती है।

    अभी कल 20 तारीख को भी जाना है एक स्कूल में

    प्रणाम स्वीकार करें

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत सुन्दर चित्रमयी प्रस्तुति| धन्यवाद्|

    जवाब देंहटाएं
  22. फोटो बहुत सुन्दर हैं ... कार्यक्रम की सफलता पर बधाई ... सारे बच्चे प्यारे लग रहे हैं ..

    जवाब देंहटाएं
  23. बहुत सुन्दर और प्यारे लग रहे हैं सारे बच्चे ।
    सुन्दर प्रस्तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  24. बहुत ही सुन्‍दर सचित्र प्रस्‍तुति ।

    जवाब देंहटाएं
  25. गणतंत्र दिवस की झलकियाँ आकर्षक हैं.बच्चों का उत्साह प्रशंसा लायक है.

    जवाब देंहटाएं
  26. वंदना जी , आपकी नई पोस्ट का इंतज़ार है।

    जवाब देंहटाएं
  27. वाह बचपन की २६ जनवरी याद दिला दी आपने । सचमुच बचपन कितना प्यारा कितना सच्चा होता है ।

    जवाब देंहटाएं
  28. बड़ा मज़ा आया ये तस्वीरें देखकर...
    अपना स्कूल टाईम याद आ गया...
    वैसे स्कूल का नाम भी होता तो और अच्छा लगता...
    धन्यवाद शामिल करने के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  29. एक छोटे से स्‍कूल में पढ़ाने का अपना ही मजा है।

    जवाब देंहटाएं
  30. sunder prastuti.....
    hame apne school ke din aad agae... mai khoob gana gaa karta tha... aur apna inam apne ke viklang dost ko deta tha.

    जवाब देंहटाएं
  31. अज कल के बच्चे कितने प्रतिभावान हैं ये इन समारोहों से ही पता चलता है इस रिपोर्ट के लिये धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं